सरसों को पाले से बचाकर बंपर उत्पादन पाए।

देश के मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इसका फसल के ग्रोथ और फली विकास पर असर पड़ता

इस मौसम में सरसों की खेती (Mustard Cultivation) करने वाले किसानों को पाला से अपनी फसल को बचाने के लिए समय पर कदम उठाने जरूरी हैं

किसान पाला पड़ने का अनुमान लगाकर इसके घातक प्रभाव से फसलों का आसानी से बचाया जा सकता है

अपनाएं ये तरीका   पाला से राई-सरसों को बचाने के लिए सल्फरयुक्त रसायनों का इस्तेमाल फायदेमंद होता है

डाइमिथयाइल सफ्लो ऑक्साइड का 0.2% या 0.1% थायो यूरिया का छिड़काव फायदेमंद होता है

इसके साथ-साथ पाला पड़ने के समय सिंचाई करने से भी पाले फसल पर पाले का असर कम होता है

कब करें सिंचाई   सरसों में सिंचाई, पानी की उपलब्धता के आधार पर करें. अगर एक सिंचाई उपलब्ध हो तो 50-60 दिनों में करें