Rajsthan News: मूलभूत संसाधनों का नितांत अभाव। भामाशाहों से दरकार।
Rajsthan News: कक्षा में पढ़ने के लिए बच्चों को होना पड़ता है खड़ा रावतसर:(नरेश सिगची)राजकीय महाविद्यालय का वर्षों बाद स्वप्न साकार हुआ है। करोड़ों की लागत से बना शानदार भवन तैयार है और छःसौ विद्यार्थियों ने दाखिला ले लिया है। दो हजार इक्कीस से निरंतर अध्ययन अध्यापन जारी है। ग्रामीण क्षेत्र के अल्प आय वर्ग के बालक बालिकाओं की उम्मीदों को पंख लगे हैं। इतना सब होने व स्टाफ की भर्ती के बावजूद अभावों की वजह से अध्ययन में बाधा बनी हुई है। नवनियुक्त प्रिंसिपल सुरेंद्र पुनिया ने बताया कि कक्षाओं में स्तर के अनुकूल ब्लैक बोर्ड ही नहीं लगे वहीं विद्यार्थियों के बैठने हेतु बैंच स्टूल भी नहीं है। कुछ मेज स्टूलों पर बैठते हैं बाकी खड़े रहकर पढ़ते हैं । यह स्थिति पढाई के लिये किसी भी तरह सही नहीं है। सरकार ने बजट जारी नहीं किया तो भामाशाहों से कॉलेज प्रशासन को उम्मीद है । पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था नहीं। दरी भी बिछाने को नहीं ।सभी बच्चों के साथ साथ स्टाफ के बैठने के फर्नीचर की तुरंत दरकार है। प्रिंसिपल का आफिस शिक्षण संस्था का चेहरा होता है वहां फर्नीचर चेयर टेबल पर्दे आदि नहीं हैं । फोटोकापी मशीन,लैपटॉप व रंगीन प्रिंटर के बिना काम नहीं चलता बाहर से करवाना खर्चीला काम है। पुस्तकालय में आवश्यक पुस्तकें व पार्क के समतलीकरण की जरूरत है ।साहित्यकार व पूर्व शिक्षक रूप सिंह राजपुरी ने कहा है कि कालेज का सुंदर बाहरी भवन शिक्षण सुविधाओं के अभाव में प्राण विहीन शरीर है ।रावतसर में अनेक भामाशाह व्यक्ति व संस्थाए हैं ।कालेज का विजिट करें व अति आवश्यक जरूरतें पूरी करके धर्म पालन करें।