Chaff Cutter Subsidy Scheme 2024: राजस्थान सरकार के कृषि विभाग द्वारा किसानों को चारा काटने के लिए चारा कटर पर सब्सिडी प्रदान करता है।
Chaff Cutter Subsidy Scheme 2024: किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं। ऐसे किसानों के लिए पशु चारा काटने वाली मशीन पर सब्सिडी का लाभ दिया जाता है। जिस तरह कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जाती है, उसी तरह पशुपालकों को पशु चारा काटने वाली मशीन पर सब्सिडी का लाभ दिया जाता है। खास बात यह है कि इस योजना के तहत पशुपालक किसानों को बिजली से चलने वाली कटिंग मशीन पर 60 फीसदी तक सब्सिडी दी जाती है। इस तरह इस योजना के तहत किसान सब्सिडी का लाभ उठाकर आधी कीमत पर कटिंग मशीन खरीद सकते हैं।
Chaff Cutter Subsidy Scheme 2024: घर बैठे ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
घर बैठे आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको
rajkisan.rajasthan.gov.in साइट पर जाना होगा और पंजीकृत करना होगा
सब्सिडी योजना पर नियम और शर्तें (Chaff Cutter Subsidy Scheme 2024)
पंजीकृत निर्माता का संयंत्र क्रय बिल/प्रोफार्मा चालान (वित्तीय स्वीकृति जारी करने से पूर्व संयंत्र का मुद्रित बिल), पंजीकृत निर्माता द्वारा जारी संयंत्र क्रय बिल अनिवार्य है। एक किसान एक प्रकार के कृषि यंत्र पर तीन वर्ष की अवधि में एक बार ही अनुदान प्राप्त करने का पात्र होगा। एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 3 विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा सकेगा। अनुदान तभी देय होगा जब किसान जिला कृषि कार्यालय की प्रशासनिक स्वीकृति के पश्चात बातचीत के बाद पूरी कीमत चुकाकर अधिकृत/पंजीकृत क्रय-विक्रय सहकारी समिति/ग्राम सेवा सहकारी समिति/निर्माता/विक्रेता से सीधे ही यंत्र खरीदेगा। संयंत्र स्थापना प्रक्रिया किसान द्वारा चयनित आपूर्तिकर्ता द्वारा पूर्ण की जाएगी, जिसके बाद आपूर्तिकर्ता किसान को संयंत्र के संचालन एवं रख-रखाव की जानकारी उपलब्ध कराएगा। किसान को उपकरण क्रय करने के 45 दिवस में ई-मित्र के माध्यम से क्रय किए गए यंत्र के बिल की स्वहस्ताक्षरित प्रति अपलोड करनी होगी। (Chaff Cutter Subsidy Scheme 2024) चारा कटर के लिए अनुदान का भुगतान प्रत्यक्ष लाभ अंतरण प्रणाली के माध्यम से सीधे जन-आधार से जुड़े बैंक खाता संख्या में किया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज़
जन आधार कार्ड जमाबंदी किसान का बैंक खाता जन आधार से जुड़ा होना चाहिए किसान के पास जमीन होनी चाहिए कोटेशन (अनुमान बिल)