Wheat Prices: गेहूं की कीमतों में भारी उछाल, रोटी खाना भी हो जायेगा महंगा
Wheat Prices: आटे की बढ़ती कीमतें आम लोगों की चिंता बढ़ा रहीं, महंगे हो सकते हैं ब्रेड, बिस्कुट, और अन्य खाद्य उत्पाद
Wheat Prices: नई दिल्ली। देशभर में बढ़ती महंगाई के बीच अब गेहूं और आटे की कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है, जिससे आम आदमी की रोटी भी महंगी हो सकती है। खासतौर पर दशहरा और दीपावली के त्योहारों से पहले आटे के बढ़ते दामों ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। थोक मंडियों में आटे की कीमतें 2250 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 2800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई हैं।
Wheat Prices: गेहूं की आपूर्ति पर असर
बीते कुछ हफ्तों से गेहूं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे आटा और उससे बने उत्पाद जैसे ब्रेड, बिस्किट, कुकीज, मफिन, नूडल्स और केक आदि के दाम भी बढ़ने की संभावना है। थोक बाजारों में आटे के न्यूनतम भाव में 20% तक की वृद्धि हुई है। इसका मुख्य कारण गेहूं की आपूर्ति में कमी को बताया जा रहा है।
सरकार का कदम
Wheat Prices: बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं की स्टॉक लिमिट में संशोधन किया है। सरकार का कहना है कि देश में गेहूं की पर्याप्त उपलब्धता है, और महंगाई को नियंत्रित करने के लिए जमाखोरी और सट्टेबाजी रोकने के उपाय किए जा रहे हैं। रबी 2024 के दौरान कुल 1129 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है, जिससे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्टॉक लिमिट में बदलाव
सरकार ने व्यापारियों, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं और प्रोसेसर पर लागू होने वाली स्टॉक लिमिट में संशोधन किया है। साथ ही, सभी स्टोरेज संस्थाओं को अपने गेहूं के स्टॉक की जानकारी स्टॉक लिमिट पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। हर शुक्रवार को स्टॉक की स्थिति की निगरानी की जाएगी, ताकि बाजार में उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके और कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।
त्योहारों पर बढ़ती महंगाई
दशहरा और दीपावली के त्योहारों के दौरान बिस्कुट, कुकीज, और अन्य खाद्य उत्पादों की मांग में वृद्धि होती है। ऐसे में आटे की बढ़ी हुई कीमतों का सीधा असर इन उत्पादों की कीमतों पर भी देखा जा सकता है। बढ़ती महंगाई से पहले ही जूझ रहे आम लोगों के लिए यह एक और चिंता का विषय बन सकता है।