Election 2024: पहली बार एक साथ नज़र आये कॉंग्रेस के तीनों बेनीवाल
Election 2024: कांग्रेस पार्टी के मंच पर पहली बार एक साथ दिखे भरत सिंह बैनीवाल, पवन बैनीवाल और संतोष बैनीवाल
Election 2024: ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के गांव दड़बा कलां का इतिहास काफी राजनैतिक रहा है। गांव की मिट्टी ने यहां से पिछले करीब 5 दशक से कई विधायक और सांसद दिए हैं। राजनैतिक तौर पर यहां बैनीवाल गोत्र के लोग सक्रिय हैं। हालांकि उनकी यह राजनीति अलग-अलग राजनैतिक पार्टियों में रही है।
एक वक्त ऐसा था जब यहां बैनीवाल गोत्र के 2 परिवारों में लंबे समय तक खुली संघर्ष चला था लेकिन बाद में बैनीवाल खाप और आसपास के समाजसेवी लोगों ने इंटरफेयर कर उस खूनी संघर्ष को समाप्त करवा दिया था और उसके बाद राजनीतिक तौर पर काफी ज्यादा सक्रियता भी इस परिवार ने दिखाई।
उसके बाद इस परिवार ने गांव की सरपंची से लेकर पंचायत समिति, जिला परिषद, एमएलए और एमपी तक के चुनाव जीते। फिलहाल यहां पर सक्रिय तौर पर राजनीति की बात करें तो उसमें इस गांव के तीन बड़े चेहरे हैं जिसमें पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल,
दो बार ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी व एक बार कांग्रेस प्रत्याशी रहे पवन बैनीवाल और तीसरा नाम है संतोष बैनीवाल का, जोकि फिलहाल गांव की सरपंच होने के साथ-साथ राष्ट्रीय सरपंच संघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा महिला कांग्रेस की महासचिव है।
Election 2024: बड़ी बात यह है कि ये तीनों चेहरे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की टिकट की लाइन में हैं।
इसके अलावा भरत सिंह बैनीवाल और पवन बैनीवाल वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव भी आमने-सामने लड़ चुके हैं वहीं कुछ वक्त पहले तक भी ये तीनों कांग्रेस पार्टी में ही अपनी अलग-अलग राजनीति कर रहे थे।
लेकिन अब जब यहां से कांग्रेस पार्टी ने कुमारी शैलजा को अपना लोकसभा प्रत्याशी नियुक्त कर दिया है तो ऐसे में आज ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस पार्टी के सक्रिय राजनेताओं की एक बैठक हुई जिसमें भरत सिंह बैनीवाल, पवन बेनीवाल और संतोष बेनीवाल 1 मंच पर नजर आए जिसके कारण ये एक चर्चा का विषय बना हुआ है।
Election 2024: तीनों ही फिलहाल कुमारी शैलजा के लिए जी जान लगाने की बात कह रहे हैं। हालांकि वह वक्त बताएगा कि इनमें से कौन विधानसभा चुनाव की टिकट हासिल करने की बाजी मारता है लेकिन फिलहाल इन तीनों के अलावा कांग्रेस पार्टी के सभी स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक ही टारगेट है और वह है कुमारी शैलजा को यहां से सांसद बनाना।