हरियाणा के नये बिजली मंत्री ने आधी रात को भर दिया बिल, लोगों को भी दिया ये संदेश
यह जिम्मेवारी मिलने के तुरन्त बाद रात्रि 12 बजकर 32 मिनट और 47 सेकेंड पर ऑनलाईन प्रणाली माध्यम से उन्होंने अपना बिजली का बिल भर दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के उपभोक्ताओं को बिजली के बिल भरने की अपील की हैं।
हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज आज अंबाला में नागरिक अस्पताल, अम्बाला छावनी में नगर परिषद् की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।
अहम पहलू यह है कि अब बिजली, परिवहन और श्रम विभाग के मंत्री बदल गए है। इसलिए इन विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों को भी काम करने की आदत डालनी होगी और अपने आपको पूर्णतः बदलना होगा।
‘‘प्रदेश के लोगों को 24 घंटे बिजली मुहैया कराने और अच्छी सेवाएं देने के लिए सभी उपभोक्ताओं को नियमित रूप से अपने बिजली के बिल भरने होंगे’’ - विज
उन्होंने कहा कि ‘‘सरकार में विदाउट पोर्ट फोलियो मंत्री के रूप में भी काम कर सकते हैं, लेकिन सरकार ने तीन विभागों ऊर्जा, परिवहन व श्रम विभाग की जिम्मेवारी उन्हें सौंपी है और वे इन विभागों की जिम्मेवारी को पूरी ताकत व मन लगाकर पूरा करेंगे। उन्हाेनें कहा कि प्रदेश सरकार ने उन्हें देर रात्रि करीब 12 बजे विभागों की जिम्मेवारी सौंपी और नोटीफिकेशन जारी किया।
इस नोटिफिकेशन को देखने के बाद उनके जहन में सवाल उठा की उनके घर का बिजली का बिल भरा गया है या नहीं। इस विषय को गम्भीरता से लेते हुए रात्रि 12 बजकर 32 मिनट और 47 सैंकेड पर ऑनलाईन प्रणाली से उन्होंने अपने घर के बिजली बिल का भुगतान किया’’।
उन्होंने कहा कि ‘‘अगर वे स्वयं ही बिजली का बिल नहीं भरेंगे तो दूसरों को किस प्रकार बिजली का बिल भरने के लिए कहेंगें। इस विभाग को विकास की राह पर आगे ले जाने और लोगों को 24 घंटे बिजली मुहैया करवाने और अच्छी सेवाएं देने के लिए सभी उपभोक्ताओं को नियमित रूप से अपने बिजली के बिल भरने होंगे’’।
सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने आपको पूर्णतः बदलना होगा- विज
उन्होंने अम्बाला छावनी से सम्बधिंत तीनों विभागों के अधिकारियों की एक बैठक लेते हुए सचेत किया कि अब इन विभागों का मंत्री बदल चुका है।
इसलिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने आपको पूर्णतः बदलना होगा और अम्बाला छावनी के नागरिकों को विभागीय योजनाओं व सुविधाओं का पूरा लाभ मुहैया करवाना होगा। सभी को अधिकारियांे व कर्मचारियों को ‘‘काम किया है काम करेंगे’’ की नीति को अपनाना होगा।