Nohar News:10 बच्चे खोने के बाद इंदुबाला को मिला मातृ-सुख व चेहरे पर अब लौटी माँ बनने की खुशियाँ

Nohar News: नोहर के ख्यातिलब्ध डॉ.हँसराज_शर्मा ने सफल व जटिल प्रसव करवाया, 10 बच्चे खोने के बाद इंदुबाला को मिला मातृ-सुख व चेहरे पर अब लौटी माँ बनने की खुशियाँ

✒️नोहर नरेश सिगची

Nohar News: राजगढ़ तहसील के गांव की रहने वाली इंदुबाला की शादी के 15 वर्ष बाद भी रिकरेंट प्रेग्नेंसी लॉस बीमारी के कारण मां बनने का सुख नहीं मिल रहा था।

बार-बार गर्भपात हो जाने के कारण अब तक 10 बच्चों का मुंह देखने से पहले ही गर्भ में खो चुकी थी ईलाज के लिए जयपुर गुरुग्राम दिल्ली के महंगे और बड़े-बड़े अस्पतालों में महंगी से महंगी जांच के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी गर्भ के 6 या 7 महीने में ही बच्चे की धड़कन समाप्त हो जाती और निराशा मिलती।

बार-बार गर्भपात से शारीरिक कमजोरी के चलते डॉक्टरो ने गर्भधारण नहीं करने की सलाह दी लेकिन नोहर के राजकीय चिकित्सालय में कार्यरत महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. हँसराज शर्मा ने उसकी निराशा को आशा मे बदलने का संकल्प लेकर एक वर्ष तक इलाज करने के बाद पूरे 9 माह का सफल प्रसव करवाकर एक स्वस्थ बच्चा इन्दुबाला की गोद में खिलाने को दिया।

बच्चे को गोद में पाकर इंदू की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। दंपति ने बताया कि लाखों रुपए जांच व ईलाज के नाम पर खर्च कर चुके थे लेकिन यहां नोहर के डॉ. हँसराज शर्मा ने अस्पताल के अंदर ही मामूली जांच आदि करवा कर भी हमारे परिवार की खुशियां लौटा दी।

आज हमें यकीन हो गया कि महंगे अस्पताल में महंगी जांच या अंधविश्वास की बजाय एक डॉक्टर पर विश्वास रखना जरूरी है क्योंकि भगवान श्री राम ने भी अपने भाई लक्ष्मण के ईलाज के लिए एक वैद्य सुषेण पर भी विश्वास रखा था।

डॉ. हँसराज शर्मा

ने इस बाबत बताया कि महिलाओं में थायराइड, हाइपरटेंशन, हाई बीपी, शुगर ,गुणसूत्र या जेनेटिक के कारण रिकरेंट प्रेग्नेंसी लॉस होता रहता है लेकिन सही व नियमित ईलाज से इसे रोका जा सकता है और मां बनने की रूकावट को दूर किया जा सकता है।

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