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Gold Price today: सोने में आएगी भारी गिरावट बाजार में मचा तहलका

 There will be a huge fall in the price of gold, panic has been created in the market
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 सोने की कीमतें 55,000 रुपये पर आने की संभावना: क्या है इसके पीछे की वजह?

नई दिल्ली, 3 अप्रैल 2025: पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा था, लेकिन अब बाजार में एक नया मोड़ आता दिख रहा है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें अपने मौजूदा स्तर से करीब 40% तक गिर सकती हैं, जिसके बाद यह 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ सकता है।
यह खबर उन लोगों के लिए राहत की सांस लेकर आई है जो सोने में निवेश या खरीदारी की योजना बना रहे थे, लेकिन बढ़ती कीमतों ने उन्हें परेशान कर रखा था।
कीमतों में गिरावट का अनुमान
पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थीं। देश के वायदा बाजार (MCX) पर सोना 91,400 रुपये प्रति 10 ग्राम और दिल्ली सर्राफा बाजार में 94,000 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहा था।
लेकिन अब बाजार विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक और घरेलू कारकों के चलते सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
मॉर्निंगस्टार के अमेरिकी बाजार के मुख्य रणनीतिकार डेविड सेकेरा ने हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया कि सोने का उत्पादन बढ़ने और मांग में कमी के कारण कीमतें 55,000 रुपये तक नीचे आ सकती हैं।
गुरुवार को MCX पर सोने की कीमतें 90,470 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही थीं, जो अपने उच्चतम स्तर से करीब 1,000 रुपये कम है। यह संकेत देता है कि बाजार में गिरावट की शुरुआत हो चुकी है।
गिरावट के कारण
सोने की कीमतों में संभावित गिरावट के पीछे कई कारण हैं। पहला, वैश्विक स्तर पर सोने का उत्पादन बढ़ गया है।
सोने की खदानों ने मांग के अनुरूप आपूर्ति बढ़ाई है, जिससे बाजार में इसकी उपलब्धता ज्यादा हो गई है। दूसरा, मांग में कमी की आशंका है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऊंची कीमतों के कारण लोग सोने की खरीदारी से पीछे हट रहे हैं और विकल्प तलाश रहे हैं। तीसरा, अमेरिका में ब्याज दरों में बदलाव का असर भी सोने की कीमतों पर पड़ रहा है।
जैसे-जैसे ब्याज दरें सकारात्मक होती जा रही हैं, निवेशक सोने के बजाय अन्य विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं।
डेविड सेकेरा ने कहा, "उच्च कीमतों का इलाज उच्च कीमतें ही हैं।
पिछले दो साल में सोने की कीमतों में तेजी आई, लेकिन अगले दो साल में यह तेजी से नीचे आएगी।
हमारा अनुमान है कि कीमतें अक्टूबर 2023 के स्तर पर लौट सकती हैं।"
बाजार और निवेशकों की प्रतिक्रिया
सोने की कीमतों में गिरावट की खबर से बाजार में हलचल मच गई है।
कुछ निवेशकों का मानना है कि यह खरीदारी का सही मौका हो सकता है, जबकि कुछ लोग इसे बेचने की तैयारी में हैं ताकि नुकसान से बच सकें।
दिल्ली के सर्राफा व्यापारी राजेश गुप्ता ने कहा, "अगर कीमतें सचमुच 55,000 तक गिरती हैं, तो यह पिछले कुछ सालों की सबसे बड़ी गिरावट होगी।
इससे मांग बढ़ सकती है, लेकिन अभी अनिश्चितता बनी हुई है।"
वहीं, निवेश सलाहकार अनिल शर्मा का कहना है, "सोने में लंबी अवधि का निवेश हमेशा फायदेमंद रहा है।
गिरावट के बाद खरीदारी करना समझदारी हो सकता है, लेकिन बाजार पर नजर रखना जरूरी है।"
आगे क्या?
सोने की कीमतों का यह उतार-चढ़ाव वैश्विक आर्थिक हालात, मांग-आपूर्ति और भू-राजनीतिक परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
अगर यह भविष्यवाणी सच साबित होती है, तो सोना अपने मौजूदा स्तर से करीब 35,000-40,000 रुपये सस्ता हो सकता है। यह न केवल आम खरीदारों, बल्कि ज्वैलरी उद्योग और निवेशकों के लिए भी बड़ा बदलाव ला सकता है।
फिलहाल, सोने की कीमतों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि कोई भी फैसला लेने से पहले बाजार के रुझानों का बारीकी से अध्ययन करें। क्या सोना वाकई 55,000 रुपये तक पहुंचेगा? यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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