Vinesh phogat के लेटर पर बहन- जीजा का पलटवार

Vinesh phogat: जानिये क्या लिखा था उस लेटर में

Vinesh phogat: कहा- आपने बहुत अच्छा लिखा, ताऊ महावीर को भूल गए, भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे

Peris Olympic में कुश्ती के फाइनल मैच से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर डिस्क्वालिफाई हुईं Vinesh phogat शनिवार को भारत लौट आईं। एक दिन पहले विनेश ने 3 पेज का लेटर शेयर किया, जिसमें उन्होंने अपने स्ट्रगल के बारे में बताया।

लेटर के बाद विनेश की चचेरी बहन गीता फोगाट के पति पवन सरोहा ने सोशल मीडिया (X) पर लिखा, ‘विनेश आपने बहुत बढ़िया लिखा है लेकिन शायद आज आप अपने ताऊ जी महावीर फोगाट को भूल गए हैं, जिन्होंने आपकी कुश्ती जीवन को शुरू किया था। भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे।’

वहीं geeta phogat ने बिना किसी का नाम लिखे सोशल मीडिया पर लिखा, ‘कर्मों का फल सीधा सा है, छल का फल छल, आज नहीं तो कल।’

अब जानिए, विनेश ने लेटर में क्या लिखा…

Vinesh phogat ने लिखा, ‘जो पेरिस में हुआ अगर वो न होता तो मैं ओलिंपिक 2032 तक खेलती, क्योंकि मेरे अंदर लड़ने की भावना और कुश्ती हमेशा रहेगी। मुझे नहीं पता कि भविष्य क्या है और मेरे लिए सफर में आगे क्या होगा, लेकिन एक बात पक्की है कि मैं हमेशा उस बात के लिए लड़ती रहूंगी, जो मुझे सही लगती है।

कहने को काफी कुछ है, लेकिन शब्द कभी पर्याप्त नहीं होंगे। हो सकता है कि जब समय सही हो मैं इस पर दोबारा बात करूं।’ पेरिस ओलिंपिक के दौरान विनेश 7 अगस्त को फाइनल से ठीक पहले 100 ग्राम ओवरवेट होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थीं।

मैंने रातभर वजन कम करने की कोशिश की। करीब साढ़े पांच घंटे तक कड़ी मेहनत की, लेकिन अपने वजन को अपनी वेट कैटेगरी 50 kg पर नहीं ला सकी।’ उधर उनके फॉरेन कोच वॉलर अकोस ने आज खुलासा किया, ‘एक समय हमें लगा कि विनेश मर जाएगी।

6 अगस्त की रात और 7 अगस्त की सुबह, हमने हार नहीं मानी। हमारी कोशिशें नहीं रुकीं। हम झुके नहीं, लेकिन घड़ी रुक गई और समय सही नहीं था। मेरा भाग्य भी साथ नहीं था। मेरी टीम, भारतीयों के लिए, मेरे परिवार के लिए, हम जिस गोल के लिए काम कर रहे थे। वो अधूरा रह गया। ये हमेशा मिसिंग रहेगा।’

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