Maruti Eeco: महज 4 लाख रुपये के बजट में घर ले जाएं ये शानदार 7 सीटर कार, जानें कीमत और फीचर्स
देश में सेकेंड हैंड कार की बिक्री काफी अच्छी है। यह बाजार उन लोगों के लिए एक बड़ा और बेहतर विकल्प है जो कम बजट में अच्छी कार खरीदने की सोच
देश में सेकेंड हैंड कार की बिक्री काफी अच्छी है। यह बाजार उन लोगों के लिए एक बड़ा और बेहतर विकल्प है जो कम बजट में अच्छी कार खरीदने की सोच रहे हैं। कार बाजार में बजट फ्रेंडली 7 सीटर कारों की काफी डिमांड है। फिलहाल सबसे सस्ती 7 सीटर कार मारुति सुजुकी इको है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 5.61 लाख रुपये है। लेकिन सेकेंड हैंड कार बाजार में आपको यह कार महज 3 लाख रुपये में मिल सकती है। आइए जानते हैं इस डील के बारे में...
2016 मारुति सुजुकी इको 7 एसटीआर
साल 2016 का सेकेंड हैंड मारुति सुजुकी इको 7 एसटीआर मैनुअल पेट्रोल मॉडल स्पिनी पर उपलब्ध है। जिसकी डिमांड 3.01 लाख रुपये है। साथ ही आप इसे 4,805 रुपये की EMI पर खरीद सकते हैं। जबकि नई इको की एक्स-शोरूम कीमत 5.61 लाख रुपये है। वैसे, पुरानी ईको कुल 55,000 किलोमीटर चल चुकी है। यह कार दिल्ली में उपलब्ध है। यह सेकंड ओनर कार है और इसमें आपको सिर्फ सफेद रंग मिलेगा। इसका आरटीओ एचआर का है। इस कार की इंश्योरेंस वैलिडिटी जनवरी 2026 तक है।
मारुति सुजुकी ईको: इंजन, स्पेस और फीचर्स
मारुति सुजुकी ईको भारत में काफी समय से बिक रही है। परफॉरमेंस के लिए इसमें 1.2 लीटर का पेट्रोल इंजन है जो 80.76 PS की पावर और 104.4 Nm का टॉर्क जनरेट करता है। यह एक लीटर में 20 किलोमीटर की माइलेज देता है। यह एक भरोसेमंद इंजन है।
ईको में स्पेस की कोई कमी नहीं है। इसमें 7 लोगों के बैठने की जगह है। यह अच्छे डाइमेंशन की वजह से संभव हो पाया है। इसकी दूसरी और तीसरी रो में आपको अच्छी जगह मिलेगी। इसमें लगेज रखने के लिए भी अच्छी जगह है। आप इस कार को लंबी दूरी तक ले जा सकते हैं।
डील कैसे फाइनल करें
पुरानी कार खरीदते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जरा सी चूक आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। सबसे पहले जिस सेकेंड हैंड कार को फाइनल करने जा रहे हैं, उसे स्टार्ट करके चेक करें। कार के स्टीयरिंग व्हील को भी ध्यान से चेक करें। कार के साइलेंसर से निकलने वाले धुएं के रंग पर ध्यान दें। अगर धुएं का रंग नीला या काला है तो यह इस बात का संकेत है कि इंजन में कुछ दिक्कत है। इसके अलावा इंजन में ऑयल लीकेज की भी समस्या हो सकती है। कार के सभी दस्तावेजों की ठीक से जांच करें।