कब्रिस्तान से गायब हो रही थी इंसानी खोपड़ियां, अमास्वया की रात का नजारा देख सन्न रह गए गांववाले
तेलंगाना के हनुमकोंडा जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक कब्रिस्तान से इंसानी खोपड़िया अचानक गायब हो गई। बीते कुछ दिनों से स्थानीय कब्रिस्तान में दफन कब्र से मिट्टी हटाकर इंसानी खोपड़ियां निकाली जा रही थी।
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी । गांवों वालों में डर का माहौल बन गया। इसके बाद कुछ स्थानीय लोगों ने अमावस्या की रात इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की। लेकिन उन्हें कब्रिस्तान में जो नजारा दिखा, उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के अनुसार ये मामला भीमाराम कब्रिस्तान का है। यहां कुछ समय से लोगों ने गौर किया कि कब्रिस्तान की मिट्टी उखड़ी होती है। बाद में पाया कि कब्र के अंदर से शव की खोपड़ियां गायब हो रही हैं। इस घटना के बाद गांव वालों में डर का माहौल बन गया। कई लोग इसे तंत्र- मंत्र से जोड़ने लगे। क्योकिं रात के समय ही कब्रिस्तान से खोपड़ियां गायब हो रही थी।
अमास्वया की रात खुल गया राज
ऐसे में कुछ स्थानीय लोगों ने हिम्मत जुटाकर इसके पीछे की वजह पता लगाने की कोशिश की। अमावस्या की रात को गांव के ही कुछ लोग कब्रिस्तान में छुप गए। उन्हें शक था कि कोई तांत्रिक तंत्र विद्या के लिए इंसानी खोपड़ियों को चुरा रहा है।
कब्रिस्तान में आधी रात में घुसा शख्स
आधी रात तक इंतजार करने के बाद उन्हें एक शख्स चोरी छिपे कब्रिस्तान के अंदर आता हुआ दिखा। जैसे ही वो शख्स कब्र से खोपड़ी निकालने की कोशिश करने लगा तो लोगों ने उन्हें दबोच लिया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस से जब चोर ने पुछताछ की तो उसने ऐसी बात बताई जिसे सुनकर हर किसी के होश उड़ गए।
इसलिए चोरी होती थी इंसानी खोपड़ियां
पुछताछ में चोर ने कहा कि यहां रिवाज है कि मरने के बाद शव के मुंह में सोना डाला जाता था, फिर शव को दफनाया जाता है। मैं खोपड़ियां इसलिए चुराता था ताकि खोपड़ियों के मुंह से वो सोना निकाल सकूं और फिर उन्हें बेचकर जो पैसा मिलता मैं उनसे परिवार का भरण पोषण करता था। वहीं जब इस बात की पुष्टि हो गई कि चोर सोने के लिए खोपड़ियां चुराता था तो उसे डांट-फटकार लगाकर दोबारा ऐसा न करने की शर्त पर छोड़ दिया गया।