APAAR ID: हरियाणा में अपार आईडी बनाने के मामले में सिरसा पहले स्थान पर, डेटा मिसमैच होने के कारण नहीं बन रही आईडी
APAAR ID: सरकार ने प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी लागू की है। पिछले साल ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (APAAR) शुरू की गई थी। अपार आईडी बनाने में प्रदेश में सिरसा जिला 79 प्रतिशत विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाकर पहले स्थान पर है।
शिक्षा विभाग ने बाकी बचे विद्यार्थियों की जल्द अपार आईडी बनाने के आदेश दिए हैं। हिसार जिले के स्कूलों में पढ़ने वाले 64 प्रतिशत विद्यार्थियों की ही अपार आईडी बनी है। 684 स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या 337389 है। इनमें से 218916 ही विद्यार्थियों की अपार आईडी बनकर शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अपलोड हुई है।
स्कूल संचालकों के अनुसार, विद्यार्थियों के स्कूल रिकॉर्ड और आधार कार्ड पर जो नाम हैं, वह मिसमैच हैं। जिस कारण विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने में परेशानी आ रही है। इसके अलावा अभिभावक भी अपार आईडी बनवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वहीं, आईडी बनवाने से डुप्लीकेट दस्तावेज प्राप्त करने में आसानी, फर्जीवाड़ा रुकेगा। इससे छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेज डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगे।
क्या है अपार आईडी?
भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी कार्यक्रम की शुरूआत की गई थी। जिसे अपार का नाम दिया है। अपार आईडी कार्ड में नाम, पता, अभिभावक का नाम, फोटो के साथ विद्यार्थियों की अकादमिक से लेकर खेल तक की हर छोटी से बड़ी डिटेल अपलोड की जाती है।