Haryana: हरियाणा में अग्निवीरों की हुई बल्ले बल्ले, CM सैनी ने किया ये बड़ा ऐलान
Haryana: हरियाणा से बड़ी खबर है, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने बड़ा ऐलान कर दिया है। हरियाणा के सीएम सैनी ने अग्निवीरों के लिए सर्विस पूरी होते ही नौकरी देने का ऐलान कर दिया है। आइए जानते है इस बारें में पूरी जानकारी क्या है।
जानकारी के अनुसार, थल, जल और वायु सेना में अग्निवीरों का पहला बैच अगले साल जुलाई में अपनी सेवाएं पूरी कर बाहर निकलेगा। उससे पहले ही हरियाणा में अग्निपथ योजना के तहत लगे युवाओं को रोजगार की गारंटी मिल गई है। Haryana Agniveer News
इन युवाओं को न केवल सरकारी नौकरियों में आरक्षण मिलेगा, बल्कि निजी क्षेत्र में रोजगार से लेकर कौशल विकास और स्वरोजगार तक सरकार पूरी मदद करेगी।
मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा पहला प्रदेश है जिसने अग्निवीरों की सुरक्षा के लिए बाकायदा नीति लागू कर दी है। अग्निवीरों को पुलिस, खनन गार्ड, जेल वार्डन तथा एसपीओ की भर्ती में 10 प्रतिशत होरिजेंटल आरक्षण दिया जाएगा। Haryana Agniveer News
इसके अलावा ग्रुप C की सीधी भर्ती में पांच प्रतिशत, ग्रुप-B की भर्तियों में एक प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। तृतीय श्रेणी भर्तियों में सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) में शामिल नहीं होना पड़ेगा।
आयु में छूट
जानकारी के मुताबिक, इतना ही नहीं, अग्निवीर के पहले बैच के युवाओं को पांच वर्ष की आयु सीमा में छूट दी जाएगी। जिस अग्निवीर के पास कौशल विकास प्रमाण पत्र होगा, उसे स्किल टेस्ट से भी छूट मिलेगी। जो अग्निवीर स्वरोजगार या उद्यमशीलता को अपनाना चाहते हैं, उन्हें पांच लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध करवाया जाएगा। Haryana Agniveer News
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से की जाने वाली नियुक्तियों में भी इन्हें वरीयता दी जाएगी। अग्निवीरों को 30 हजार रुपये से अधिक मासिक वेतनमान पर नौकरी देने वाले उद्योगों को सरकार 60 हजार रुपये वार्षिक सब्सिडी उपलब्ध कराएगी।
गन लाइसेंस
मिली जानकारी के अनुसार, इसके अलावा जो युवा प्राइवेट सुरक्षा कर्मी के रूप में सेवाएं देना चाहते हैं, उन्हें गन लाइसेंस प्रदान करने में प्राथमिकता दी जाएगी। दरअसल, केंद्र सरकार ने 15 जुलाई 2022 को अग्निपथ योजना लागू की थी। Haryana Agniveer News
हरियाणा से साल 2022-23 में 1830 और साल 2023-24 में 2215 अग्निवीर भर्ती हुए हैं। केंद्र सरकार के नियमानुसार चार साल की सेवाएं पूरी होने के बाद इनमें से 25 प्रतिशत को सेना के तीनों अंगों में नियमित किया जाएगा, जबकि अन्य युवाओं को बाहर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।