भोले बाबा के पड़ोसियों का खुलासा: 'हमने कोई चमत्कार नहीं देखा...' 25 साल पहले सूरजपाल ने शुरू किया था ये काम

पड़ोसी जगदीश चंद्र ने बताया कि 25 साल पहले केदार नगर आवास पर सत्यपाल सिंह सत्संग करने लगे।

अनुयायी दूरदराज से यहां मत्था टेकने आते हैं। भोर 4 बजे से ही भीड़ जुटने लगती है।

पड़ोसी साबिर चौधरी का कहना है कि बाबा ने साले की बेटी स्नेहलता को गोद लिया था। 24 साल पहले उसकी मौत होने पर शव को दो दिन यहां रखा गया।

2019 में किरावली के गांव नगला भरंगरपुर विधापुर में भोले बाबा का सत्संग 15 दिन तक चला था। इसमें भारी संख्या में लोग सत्संग सुनने आते थे।

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